दोस्तों, अगर आप भी एक नया फ़ोन लेने के लिए नए नए फ़ोन गूगल सर्च करते हैं। फ़ोन के स्पेसिफिकेशन को कम्पैर करते हैं, कई सारे रिव्युअर के रिव्युस देखते हैं, ताकि आप अपने लिए बजट में अच्छा से अच्छा फ़ोन ले सके। इसी में आपको कई रिव्युअर आपको फ़ोन्स की डिस्प्ले, रैम आदि के जानकारी के साथ साथ IP रेटिंग्स भी बताते है।
वे यह भी कहते है, की अगर IP रेटिंग्स ज्यादा हैं तो फ़ोन ज्यादा वाटरप्रूफ साबित होता हैं। लेकिन इसके पीछे क्या लॉजिक है, जिससे आप भी आसानी से समझ सकते है, की आपका फ़ोन कितना वाटरप्रूफ हैं। तो चलिए मैं आपको बताता हूँ, की कैसे आप IP रेटिंग्स को समझ सकते हैं ? और उदाहरण के लिए IP67 और IP52 में किस रेटिंग्स का फ़ोन अच्छा होता है।
IP रेटिंग्स क्या होते हैं?
IP रेटिंग का फुल फॉर्म होता है इनग्रेस प्रोटेक्शन(Ingress Protection) रेटिंग, कई जगहों पर इसे इंटरनेशनल प्रोटेक्शन (International Protection) रेटिंग्स नाम से भी जाना जाता हैं। IP रेटिंग को IEC( International electrotechnical commission) द्वारा पारित किया गया है।
इसमें दो अल्फाबेट IP के साथ दो न्यूमेरिक डिजिट्स होते हैं (जैसे - 52 ) जो इसके गुणवत्ता को बताते हैं। IP रेटिंग्स से यह पता चलता है कि आपका डिवाइस किसी ठोस वस्तु के समपर्क में, धूल से, बिजली से, पानी आदि से कितना सुरक्षित हैं।
अब आप IP रेटिंग के बारे में तो आप समझ गए हैं, लेकिन इसके पीछे दो डिजिट्स का क्या लॉजिक है। दोस्तों, जो भी कंपनी यह दावा करती है कि उनका डिवाइस धूल और पानी से सुरक्षित है। तो ऐसे में ICE कमेटी उस डिवाइस की टेस्टिंग करके उसे 10-10 पॉइंट में से उस डिवाइस के अनुसार रेटिंग देते हैं।
यहां पर दो डिजिट में से पहला डिजिट धूल आदि से प्रोटेक्शन और दूसरा डिजिट पानी से डिवाइस के प्रोटेक्शन को दर्शाता हैं। इसलिए आपने देखा होगा की IP रेटिंग में IP के बाद 52,67, 68 आदि जैसे अंको के नंबर लिखे हैं।
IP67 Vs IP52 कौन ज्यादा बेहतर है ?
अब तक तो आप यह जान ही चुके हैं कि IP रेटिंग्स में जितने बड़े नंबर होंगे। इसका यही मतलब है की आपका डिवाइस धूल, पानी के संपर्क में आने के बाद भी ख़राब नहीं होने वाला हैं। यहां आपको उदाहरण के लिए IP67 और IP52 की रेटिंग्स को समझते हैं।
IP52 रेटिंग में धूल से प्रोटेक्शन की रेटिंग 10 में से 5 है, यानी डिवाइस सिमित धूल को संभालने के लिए सक्षम है। यहां वाटरप्रूफ रेटिंग 10 में से 2 मिला है, यानी यह डिवाइस में वाटरप्रूफ क्षमता घटिया है। इस तरह के डिवाइस कुछ हद तक पानी की छींटे ही बर्दास्त कर सकता है। अगर पानी डिवाइस के अंदर जाता हैं, तो ज्यादा चांस हैं की डिवाइस ख़राब हो सकता है।
यदि वही IP67 रेटिंग में धूल से प्रोटेक्शन के रेटिंग 10 में से 6 है, यानि या डिवाइस औसत से ज्यादा धूल को सँभालने में सक्षम है। साथ ही वाटरप्रूफ क्षमता को 10 में से 7 रेटिंग है, मतलब यह डिवाइस काफी हद तक वाटरप्रूफ है।
अगर आपका फ़ोन गलती से भी पानी में गिर जाता है, फ़ोन के ख़राब होने की संभावना काफी कम हो जाती हैं। इस रेटिंग के फ़ोन पानी में 3 मिनट तक भी पानी में रह जाये तो ख़राब नहीं होने वाला हैं। वैसे पानी की गहराई पर भी निर्भर करता है की डिवाइस कितने देर तक पानी में रह सकता हैं।
जिस डिवाइस में वाटरप्रूफ प्रोटेक्शन जीरो होता है, उसे अल्फाबेट X से दर्शाया जाता हैं। जैसे IP5X, IP6X आदि, जहां भी IP रेटिंग में X हो मतलब उसकी प्रोटेक्शन जीरो है।
तो दोस्तों, अब आपको समझ आ गया होगा की IP रेटिंग क्या होता है ? और कैसे IP रेटिंग्स तय किये जाते है ? अब आपको अपने नए फ़ोन लेने समय आपको IP रेटिंग्स को लेकर कोई कन्फूजन नहीं होने वाला है।
अगर आपके मन में किसी तरह का टेक्नोलॉजी से रिलेटेड कोई भी सवाल हो तो हमे कमेंट करके पूछ सकते है।
1 टिप्पणियाँ
Nice article thanks for this information
जवाब देंहटाएंHello google aap kya kar rahe ho?