दोस्तों, जब से तकनीक और इंटरनेट युग शुरू हुआ है, तब से कोई न कोई नई चीज़ें विकसित होती है। जो हम मानव जाति के दैनिक जीवन को पूरी तरह से बदल दिया है। उदाहरण के लिए, sms/message या email जब से आया यह धीरे धीरे लेटर (चिट्ठी ) को समाप्त कर दिया है। अब तो कई तरह के messanging apps आ गए हैं, जिससे आसानी से एक दूसरे से चैट के जरिये बातचीत हो जाती है। व्हाट्सप्प, मेसेंजर, हैंगआउट्स, सिग्नल आदि कुछ ऐसे app हैं जिससे आप किसी को भी चैट, वीडियो, इमेज, फाइल्स कर सकते हैं।
अभी फिलहाल व्हाट्सप्प जिसको फेसबुक ने खरीद लिया था, इसके ऊपर फेसबुक के द्वारा नए नियम और पॉलिसीस लागू करने के निर्णय को लेकर लोगो में काफी नाराजगी हैं। और चुकी signal app भी व्हाट्सप्प की तरह ही हैं, जिसमे लोगो data प्राइवेसी का पूरा ध्यान रखा गया हैं। तो ऐसे में लोग सिग्नल को व्हाट्सप्प का alternative की तरह देख रहें हैं। अभी signal app के user में भी बहुत ज्यादा बढ़ोतरी हुई हैं।
तो चलिए जानते हैं की signal app क्या है ? इसे किसने बनाया हैं ? और व्हाट्सप्प जो पूरी दुनिया प्रचलित है उसका जगह सिग्नल app ले सकता हैं। क्या signal app, whatsapp से ज्यादा सिक्योर है ?
Signal App क्या है ?
सिग्नल app मेस्सेंजिंग app है, जिसमे आप एक दूसरे से चैट कर सकते है। इसके साथ इमेज, वीडियो या कोई डॉक्यूमेंट फाइल्स भी सेंड कर सकते हैं। इसकी सबसे बड़ी ख़ास बात है की जो ही आप चैट करते हैं, वो एन्क्रिप्टेड होती है। जिससे आपका चैट डाटा सेफ और सिक्योर रहता है।
Signal app को सिग्नल फाउंडेशन के द्वारा बनाया गया है, जो एक नॉन प्रॉफिट आर्गेनाइजेशन है। इस ऐप को बनाने के लिए Brian Acton ने फरवरी, 2018 में 50 मिलियन डॉलर इन्वेस्ट किया था। जो की व्हाट्सप्प के फाउंडर भी हैं।
अगर आप टेक्निकल फील्ड से नहीं हैं, और आपको एंड टू एंड एन्क्रिप्शन के बारे में नहीं जानते हैं। तो चलिए आपको आसान भाषा में बताता हूँ की एंड टू एंड एन्क्रिप्शन क्या है और यह कैसे काम करता हैं।
एंड टू एंड एन्क्रिप्शन क्या होता है? यह कैसे काम करता है ?
यह एक ऐसी सर्विस हैं, जिसमे आपके मैसेज को रैंडम कोड में बदल दिया जाता है। और जैसे ही रिसीवर को मैसेज मिलता है तब वह कोड डिकोड होकर पुनः मैसेज में बदल जाता हैं।
उदहारण के लिए : जैसे आपने किसी को Hello मेसैज सेंड किया,तभी यह automatically रैंडम कोड जैसे '3a$@z' और यह रिसीवर के पास पहुँचता है। फिर जब रिसीवर उस मैसेज को ओपन करता हैं तो वह रैंडम कोड मैसेज 'Hello' जाता हैं।
यहां मैसेज को रैंडम कोड बदलने के कारण किसी प्रकार से डाटा हैक होने या चोरी होने का खतरा नहीं होता है। इसमें जो भी आपका मैसेज होता है वह आपके और रेसिव करने वाले को ही पता होता हैं। यहां तक की सिगनल app आपके डाटा को अपने सर्वर पर स्टोर भी नहीं करता हैं।
तो आप बेफिक्र होकर आप इस प्लेटफार्म पर अपने गर्ल फ्रेंड से चैट कर सकते हैं, आपके मैसेज को कोई हैक नहीं करेगा, बस आपका फ़ोन लॉक या आपके पास होना चाहिए।
व्हाट्सप्प का बहिस्कार क्यों ?
हालांकि व्हाट्सप्प भी एक बहुत अच्छी एन्ड टू एन्ड एन्क्रिप्टेड मेस्सेंजिंग app सर्विस है। इसमें भी डाटा और चैट मेस्सगेस की सिक्योरिटी का पूरा ध्यान रखा जाता है। लेकिन, चूँकि मार्क ज़ुकेरबर्ग ने व्हाट्सप्प को खरीद लिया है, और अभी कुछ दिन पहले एक नयी सर्विस एंड सिक्योरिटी अपडेट दी गयी थी। जिससे यह जाहिर हो रहा था की शायद फेसबुक अब व्हाट्सप्प यूजर के डाटा को स्टोर करने वाला है।
और यह एक बुरी खबर है, व्हाट्सप्प यूजर के लिए क्युकी ऐसे में उनके चैट्स लीक हो सकते हैं। वैसे भी फेसबुक के ऊपर से लोगो का विस्वास कब का ख़त्म हो गया है। जब से फेसबुक ने लोगो के डाटा का कंपनी के फायदे के लिए सौदा दिया था।
अभी के लिए फेसबुक ने वाट्सअप के क्रिटिसिज़्म को देखते हुए इस अपडेट को रोक दिया है। पर आगे फसबूक , व्हाट्सप्प पर क्या करने वाला है ये तो आने वाले समय में ही पता चलेगा।
Whatsapp और Signal App में कौन सबसे बेहतर है ?
व्हाट्सप्प और सिग्नल ऐप दोनों ही अपने आप में बहुत अच्छी मेस्सेंजिंग सर्विस ऐप हैं। यहां तक की कुछ लोग ऐसे हैं जिनका कंट्रीब्यूशन इन दोनों ही ऐप्स को बनाने में हैं।
चूँकि व्हाट्सप्प बहुत पुरानी ऐप है तो इसमें कई सारे अपडेट ऑलरेडी किये जा चुके है, यहा आपको काफी सारे एमोजिस, गिफ्स और अलग फीचर सेटिंग्स मिल जाती है। तो यह बेस्ट सर्विस तो हैं ही, लेकिन फेसबुक के नए नियम एवं शर्तो के कारण व्हाट्सप्प की प्राइवेसी भंग होती दिख रही है। इसलिए लोग ने व्हाट्सप का अल्टरनेटिव ढूंढा। और व्हाट्सप्प का बेस्ट अल्टरनेटिव हैं - Signal App .
क्युकी सिग्नल एक नहीं ऐप है, तो इसमें अभी बहुत इम्प्रूवमेंट होना बाकि है। जैसे जैसे इसकी यूजर बढ़ेंगे वैसे इसमें आपको और भी नए फीचर्स देखने को मिल सकते हैं।
अभी के लिए मैं वाट्सअप और सिग्नल ऐप को उसके फीचर के आधार पर बताऊंगा की किस्मे क्या फीचर है और क्या नहीं है --
- Status ONLINE/OFFLINE - कोई यूजर ऑनलाइन है या नहीं इसकी जानकारी आपको व्हाटअप में मिल जाती है,जिसकी सेटिंग को आप अपने अनुसार बदल भी सकते हैं। लेकिन सिग्नल ऐप में आपको ऑनलाइन या ऑफलाइन का स्टैट्स नहीं दिखता हैं।
- Bio - जिस तरह आप व्हाट्सप्प में नाम और bio लिख सकते हैं, मगर अभी के लिए सिग्नल में बायो लिखने का ऑप्शन नहीं दिया गया है।
- Daily Status - व्हाट्सप में जैसे आप डेली स्टेटस डालते हैं, वैसे आप सिग्नल ऐप में नहीं कर सकते है। आने वाले अपडेट्स में हो सकता है आपको यह ऑप्शन सिग्नल पर भी दिख जाए।
- Data Security - डाटा सिक्योरिटी का ध्यान तो दोनों ही ऐप में रखा गया है , पर आपको सिगनल ऐप पर रेसिपिएंट के नंबर को वेरीफाई करने का ऑप्शन मिलता है, जिससे आप दोनों के बिच डाटा सिक्योरिटी वेरीफाई हो जाये।
- इमोजी और gifs इमेज - चुकी सिग्नल ऐप अभी नया है तो अभी आपको यह पर व्हाट्सप की तरह ज्यादे एमोजिस और gifs नहीं मिलेंगे। पर signal app के इमोजी थोड़े यूनिक हैं और आने वाले समय में और भी इमोजी और gifs add की जा सकती हैं।
इसके अलावा बाकी सारे फीचर्स और सेटिंग वाट्सप और signal ऐप दोनों में ही एक जैसे हैं। तो यहा मैंने आपको व्हाट्सप्प और signal ऐप के बिच कुछ ऐसी सेटिंग्स फीचर्स के बारे में बताया है जो दोनों में कॉमन नहीं हैं।
इतना पोस्ट पढ़ने के बाद आपको यह तो पता चल ही गया होगा की सिग्नल ऐप क्या है? एन्ड टू एन्ड एन्क्रिप्शन क्या हैं ? दोनों में बेहतर कौन हैं ?
तो अब आप अपना निर्णय ले सकते हैं की आपको कौन सा ऐप इस्तेमाल करना चाहिए। वही अपना पुराना व्हाट्सप या नया सिग्नल ऐप।
आप हमें कमंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताये की अभी आप कौन सा ऐप यूज़ करते हैं और आने वाले समय में इन दोनों में से कौन सा ऐप यूज़ करेंगे।
|| धन्यवाद ||
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